आचार्य पंडित नरेंद्र शर्मा जी उज्जैन
आचार्य पंडित नरेंद्र शर्मा जी उज्जैन
आचार्य पंडित नरेंद्र शर्मा जी उज्जैन
आचार्य पंडित नरेंद्र शर्मा जी एक प्रसिद्ध ज्योतिषी हैं, जो गहन ज्योतिषीय सेवाएं प्रदान करने के लिए समर्पित हैं। प्रचुर ज्ञान और विशेषज्ञता के साथ, पंडित जी कुण्डली मे स्थित ग्रहो की असंतुलित दशा के प्रभाव को कम करने और व्यक्तियों के समग्र कल्याण को बढ़ाने के लिए विभिन्न पूजा अनुष्ठान करने में माहिर हैं।
पंडित जी को काल सर्प दोष पूजा, मंगल दोष पूजा, महामृत्युंजय पूजा, रुद्राभिषेक पूजा, भात पूजा, नवग्रह दोष पूजा, वास्तु दोष पूजा और अर्क कुंभ विवाह पूजा जैसे पूजा अनुष्ठान करने में उनकी विशेषज्ञता के लिए व्यापक रूप से मान्यता प्राप्त है। पंडित जी पवित्र समारोह प्राचीन वैदिक सिद्धांतों और परंपराओं का पालन करते हुए पूर्ण विधि विधान से पूजन व अनुष्ठान करते आ रहे हैं, और इनका उद्देश्य किसी के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए दिव्य ऊर्जाओं में सामंजस्य स्थापित करना है।
उज्जैन मे आसान सी कालसर्प दोष पूजा बुक कराये और जीवन मे आ रही समस्याओ से छुटकारा पाये, अभी आचार्य पंडित नरेंद्र शर्मा जी से बात करे और अपनी पूजा बुक करे।
कालसर्प दोष पूजा | मंगल दोष पूजा | महामृत्युंजय जाप | रुद्राभिषेक पूजा
सभी प्रकार की दोष निवारण पूजाओ हेतु संपर्क कर सकते है।
कालसर्प दोष पूजा को कालसर्प योग भी कहा जाता है। कालसर्प पूजा तब होती है जब सभी ग्रह राहु और केतु के बीच आते हैं|कालसर्प हानि, दुविधा, बाधा को सूचित करता है. कुंडली में कालसर्प होने से कितने लोगो को कष्ट हुवा है|कालसर्प पूजा उज्जैन दोष निवारण के लिए की जाने वाली पूजा व्यक्ति की अनुपस्थिति में भी की जा सकती है|
मंगल पूजा उज्जैन तब की जाती है जब व्यक्ति के जीवन में विवाह संबंधी समस्याएं होती हैं। मंगलनाथ मंदिर इस पूजा के लिए प्रसिद्ध है. यह मंगल ग्रह के साथ जुड़ा हुआ है। मंगल आत्म-सम्मान, स्वभाव, अहंकार और संघर्ष का प्रतिनिधित्व करता है।विवाह पर इसका प्रभाव समस्याएं ही बढ़ाता है, मंगल पूजा कर के यह दोष दूर किया जाता है|
पितृदोष पूजा करने से सभी दोषो का निवारण हो जाता है.अगर किसी व्यक्ति की मृत्यु के बाद विधि से अंतिम संस्कार न किया जाए तो पितृदोष होता है, या फिर किसी की अकाल मृत्यु हो जाए तो व्यक्ति के परिवार को कई पीढ़ियों को तक पितृदोष के परिणाम झेलने पड़ते है| इससे मुक्ति के लिए पितृदोष पूजा उज्जैन की जाती है|
महामृत्युंजय मंत्र स्वयं भगवान शिव जी द्वारा निर्मित है फिर इस मंत्र को भगवान ने ऋषि मार्कंडेय को दिया था। राजा दक्ष द्वारा शाप दिए जाने पर चंद्र देव के जीवन को बचाने के लिए इस मंत्र का उपयोग किया गया था।
संपूर्ण वास्तु निवारण अनुष्ठान के प्रभाव से सभी प्रकार के ग्रहदोषों से मुक्ति मिल जाती है।
यदि आपकी कुंडली में ग्रहों की स्थिति अशुभ, नकारात्मक, खराब प्रभावी, बुरे घर की स्थिति में है तो नवग्रह अनुष्ठान (पूजा) की जाती है। पंडित जी नवग्रह शांति पूजा का निवारण करते हैं।